लेंथेनाइड तथा ऐक्टिनाइड तत्व, ऑक्सीकरण अवस्था, उपयोग , अंतर
लैंथेनाइड तत्व क्या है, ऐक्टिनाइड तत्व क्या है, लेंथेनाइड तत्व परिभाषा, लेंथेनाइड तथा ऐक्टिनाइड तत्वों के उपयोग, सूची तथा ऑक्सीकरण अवस्था
लेंथेनाइड तत्व
जिन तत्वों का अंतिम इलेक्ट्रान 4f कक्षक में प्रवेश करता है। लेंथेनाइड तत्व कहलाता है। लेंथेनाइड श्रेणी में कुल 14 तत्व को रखा गया है, इन तत्वों का परमाणु क्रमांक 58 से 71 है। लेंथेनाइड श्रेणी के तत्व La के बाद आते है। इसलिए इन्हे लेंथेनाइड श्रेणी (लेंथेनम) तत्व के नाम से जाना जाता है।
लेंथेनाइड तत्वों को दुर्लभ मृदा तत्व भी कहते है इसका कारण यह है की इन तत्वों को दुर्लभ खनिजों जैसे की मृदा खनिज आदि से प्राप्त किया गया था।
लेंथेनाइड तत्वों को दुर्लभ मृदा तत्व भी कहते है इसका कारण यह है की इन तत्वों को दुर्लभ खनिजों जैसे की मृदा खनिज आदि से प्राप्त किया गया था।
प्रतीक | तत्व का नाम | ऑक्सीकरण अवस्था |
---|---|---|
La | लैंथेनम | +3 |
Ce | सीरियम | +3 +4 |
Pr | प्रेसिओडायमियम | +3 +4 |
Nd | निओडायमियम | +2+3+4 |
Pm | प्रोमेथियम | +3 |
Sm | समेरियम | +2+3 |
Eu | यूरोपियम | +2+3 |
Gd | गैडोलीनियम | +3 |
Tb | टर्बियम | +3+4 |
Dy | डिस्प्रोसियम | +3+4 |
Ho | होलमियम | +3 |
Er | अर्बियम | +3 |
Tm | थुलिअम | +2+3 |
Yb | इटरबियम | +2+3 |
Lu |
लेंथेनाइड तत्वों के उपयोग
1. लेंथेनाइड तत्वों से धातु का निर्माण होता है इन तत्वों से बनी धातु को मिश धातु कहा जाता है तथा इन धातुको का उपयोग अपचायक पदार्थ के रूप में किया जाता है। इस धातु में 30%-35% सीरियम तथा शेष हलके लेंथेनाइड तत्व होतेहै।
2. सीरियम का प्रयोग चश्मे बनाने में किया जाता है ये तत्व ताप और प्रकाश दोनों का अवशोषण करता है।
3. इन तत्वों का प्रयोग लेंथेनाइड योगिक उत्प्रेरक के रूप में होता है
4. लेंथेनाइड लवणों का प्रयोग लेसर में भी किया जाता है।
2. सीरियम का प्रयोग चश्मे बनाने में किया जाता है ये तत्व ताप और प्रकाश दोनों का अवशोषण करता है।
3. इन तत्वों का प्रयोग लेंथेनाइड योगिक उत्प्रेरक के रूप में होता है
4. लेंथेनाइड लवणों का प्रयोग लेसर में भी किया जाता है।
ऐक्टिनाइड तत्व
जिन तत्वों का अंतिम इलेक्ट्रान 5f कक्षक में प्रवेश करता है, ऐक्टिनाइड तत्व कहलाता है। इन तत्वों का परमाणु क्रमांक 90 से 103 तक होता है। ऐक्टिनाइड श्रेणी में कुल तत्वों की संख्या 14 है। ये तत्व एक्टीनियम तत्व के बाद में शुरू होते है यही कारण है की इनको ऐक्टिनाइड तत्व कहा जाता है। ये सभी तत्व रेडिओएक्टिव तत्व है। इन तत्वों में युरेनियम तत्व के बाद के सारे तत्व कत्रिम तथा अस्थायी होते है,
प्रतीक | तत्व का नाम | ऑक्सीकरण अवस्था |
---|---|---|
Ac | एक्टीनियम | +3 |
Th | थोरियम | +3 +4 |
Pa | प्रोटैक्टीनियम | +3+4+5 |
U | यूरेनियम | +3+5+6 |
Np | नेप्ट्यूनियम | +3+4+5+6 |
Pu | प्लूटोनियम | +3+4+5+6 |
Am | अमेरीसियम | +3+4+5+6 |
Cm | क्यूरियम | +3+4 |
Bk | बरकेलियम | +3+4 |
Cf | कैलिफोर्नियम | +3 |
Es | आइंस्टिनियम | +3 |
Fm | फर्मियम | +3 |
Md | मेंडेलेवियम | +3 |
No | नॉबेलियम | +2+3 |
Lr | लॉरेंशियम | +2 |
ऐक्टिनाइड तत्वों के उपयोग
1. इन तत्वों का उपयोग परमाण्वीय रिएक्टर्स में थोरियम नाभिकीय ईधन में होता है।
2. यूरेनियम का उपयोग परमाण्वीय रिएक्टर्स में नाभिकीय ईधन की तरह होता है।
लेंथेनाइड तथा ऐक्टिनाइड तत्वों में अंतर
लेंथेनाइड | ऐक्टिनाइड |
---|---|
1. इन तत्वों के संकर योगिक बनाने की बहुत कम प्रवत्ति पायी जाती है। |
इन तत्वों के संकर योगिक बनाने की बहुत प्रबल प्रवत्ति पायी जाती है। |
2. इन तत्वों के ऑक्साइड्स व हाइड्राओक्सीड़स कम क्षारीय है। |
इन तत्वों के ऑक्साइड्स व हाइड्राओक्सीड़स अधिक क्षारीय है। |
3. इन तत्वों के चुम्कीय गुणों को आसानी से समझाया जा सकता है। |
इन तत्वों के चुम्कीय गुणों को आसानी से समझा नहीं जा सकता है। |
4. इन तत्वों में प्रोथेमियम के आलावा अन्य सभी तत्व आरेडियसक्रिया होते है। |
इन तत्वों में सभी तत्व रेडियसक्रीय होते है। |